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Wednesday, 15 February 2012

"राम और मरा में अंतर क्या है ?---- राजीव चतुर्वेदी


"राम और मरा में अंतर क्या है ?



पहला जीवन की शर्तों का आगमन है और दूसरा बहिर्गमन
अल्लाह और मल्लाह के बीच जो जिस्मानी दरिया बहता है
जमीन पर नूर और जन्नत में हूर पर फातिमा के लिए क्या फतवा है ?
स्वामी विवेकानंद की संस्कृति और पीटर इंग्लॅण्ड की शर्ट का समीकरण समझो 
इनके बीच फंसा बाजार का सेंसेक्स और व्यवहार का फेयर सेक्स धराशाही है
मंदिर में काली और बाज़ार में फेयर एण्ड लवली का बोलबाला है
इस बीच दसवीं भी न पास कर सका एक बल्लेबाज शतकों के शतक पर अटका है
और ले रहा है उस पेप्सी की डकार जो उसे देख कर हमारे नौजवान और ज्यादा पीते हैं
सुना है सचिन अपने बच्चों को पेप्सी नहीं पिलाता
भगवानो में महेश जो युगों को अमृत और पापियों को दारू पीने की व्यवस्था करते थे
यहाँ तो अब क्रिकेट का धोनी है जो नौजवानों में कर रहा है दारू का प्रचार
सुना है भारत में सर्वाधिक बोर्नविटा पी जाती है तभी तो खेल में हम फिसड्डी हैं
और चालीस फीसदी बच्चे हैं कुपोषण का शिकार 


crucifixion of jesus christ with dramatic sky and lightning Picture Of Jesus Crucifixion


कातिल थे वह जिन्होंने ईसा मसीह के क़त्ल के लिए सलीब बनाई थी और उसे टांगा था
हम साल दर साल नई नई सलीबें बना रहे हैं और ईसा को सलीब पर टांग रहे हैं
माल्थूजियन थ्योरी ऑफ़ पोपूलेसन बारह बच्चों के बाप कलीम मियाँ के आगे नतमस्तक है
4 बीबी और महज 16 बच्चों के बाप कलीम मियाँ को वेलेंटाइन को जानने की जरूरत भी क्या है ?
शिवरात्री की पूजा पद्धति मुझे विकृति लगती है आपको संस्कृति लगे तो बताना
और अपनी माँ बहनों को एक बार फिर किसी के लिंग उपासना के लिए लेजाना 
मैं तो चला शिव का चरित्र पूजने
तुम्हें चरित्र नही पूजना था तो पूजते चित्र
तुम जिसे पूजते हो वह न चरित्र है न चित्र
न चरित्र ,न चित्र यह है विचित्र
संस्कृति के नाम पर विकृति का यशोगान ---मेरा भारत महान ." ---- राजीव चतुर्वेदी 

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