जब करोडो मिल रहा हो -बाबुओ के आवास से |
फिर हमें एसी व्यवस्था को बदल देना चाहिए ||
जब आत्म हत्या कर रहा हो अन्न दाता खेत में |
फिर हमें एसी व्यवस्था को बदल देना चाहिए ||
जब चरण नेता का पकडे -इंसान सच्चा देश का |
फिर हमें एसे नेताओ को - बदल देना चाहिए ||
घुट रही हो जब ये जनता -दुष्टों के खौफ से |
फिर हमें एसी व्यवस्था को -नया रूप देना चाहिए ||
हर दिलो से आह निकली है की -इंसान रो रहा |
फिर हमें एसी व्यवस्था को बदल देना चाहिए ||
हो रही हो लुट जब हर तरफ -जिस देश में |
फिर हमें एसे लुटेरो को -दंड देना चाहिए ........
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